Bawaseer kaise hoti hai-बवासीर के कारण,लक्षण,इलाज़ जाने हिंदी में

दोस्तो आज के समय मे बच्चो के जन्म लेने से लेकर बूढा होने तक नई नई बीमारियां जन्म लेती रहती है आज हम बात करेंगे ऐसी ही एक बीमारी बवासीर के बारे में तो दोस्तो bawaseer kaise hoti hai जो इन दिनों बहुत प्रचलित है दोस्तो Bawaseer में मल त्यागते समय खून आने लगता है इस लिए आज हम बात करने वाले है बवासीर kaise hoti hai ओर इसका इलाज कैसे करते है ओर बवासीर कितने प्रकार की होती है

     

    Bawaseer kaise hoti hai

     Bawaseer kaise hoti hai-बवासीर कैसे होती है  

     दोस्तो आज के समय मे हम बवासीर के लक्षण को आम समझ लेते है लेकिन दोस्तो ये गंभीर रूप ले लेती है इस लेख में  हम जानेगे bawaseer kaise hoti hai बवासीर के क्या क्या लक्षण होते है

    • एनस पर चोट लगने पर या किसी प्रकार की गांठ होने पर भी बवासीर हो जाता है
    •  एनस पर खुजली होने पर ज्यादा समय तक दस्त आने पर भी बवासीर हो जाती है
    • पेट मे खुश्की होने पर यानी स्टूल पास होने में परेशानी होती है तो बवासीर होने के चांस है
    •  स्टूल पास करते समय एनस में दर्द होने लगता है इस अवस्था को नज़र अंदाज़ न करें क्यूंकि ये गभीर मामला हो सकता है

     

    what is piles - बवासीर क्या है 

     बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिससे पीडित होने के बाद मरीज डिपरेशन में चला जाता है क्योंकि ये बीमारी मल त्यागने पर होती है ऐसी बाते बताने में शर्म आती है लेकिन ऐसी बातों को छुपाना नही चाहिए क्योंकि छुपाना समाधान नही है बताने पर ही इसका हल निकलता है अब बात करेंगे बवासीर कैसे होती है वैसे तो इसमे आम लक्षण दिखाई देते है लापरवाही होने पर मामला ज्यादा गंभीर हो जाता हैटॉयलेट में ज्यादा समय बैठे रहना या टॉयलेट के अलावा भी ज्यादा बैठे रहने से भी बवासीर हो सकता है

    बवासीर के प्रकार the types of piles

    बवासीर दो प्रकार की होती है लेकिन दोस्तो लोगो ने बवासीर को लगभग तीन भागों में बांटा हुआ इस लेख में हम बताने वाले है बवासीर के तीनों भागों के बारे में

    • खूनी बवासीर
    • बादी बवासीर
    • मस्से वाली बवासीर

    खूनी बवासीर :-  इस बवासीर में मरीज के एनस से स्टूल पास करते हुए खून आने लगता है उसका कारण एनस में मौजूद बारीक नसे ज़ोर लगाने की वजह से टूट जाती है जिनमे खून जमा (cloting) होने लगता है ख़ून ज्यादा होने पर जमा हुआ खून बाहर आ जाता है इसे खूनी बवासीर कहते है

    बादी बवासीर :- इस बवासीर में खून तो नही निकलता लेकिन एनस में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से स्टूल पास होते समय दर्द होता है तथा स्टूल पास होने परेशानी होती है इसे बादी बवासीर कहते है

     

    मस्से वाली बवासीर :- जब कोई मरीज़ स्टूल पास करते हुए ज़ोर लगता है तो एनस में बारीक नसे टूट कर लटक जाती है और सूज जाती है टूटी हुई नसे मस्से के आकार की लगती है सूजन के कारण दर्द होता ह तथा स्टूल पास होने में परेशानी होती है

     बवासीर का इलाज - treatment of bawaseer

     

    दोस्तो बवासीर का इलाज हम घर पर भी कर सकते है क्योंकि बवासीर का रामबाण इलाज देसी नुस्खों में पाया जाता है देसी नुस्खे के लिए दवाई घर पर रसोई में रहती है यानी हम बात कर रहे है घरेलू  खाने वाले मसलों के बारे में 
     
     
    • छाछ से बवासीर का इलाज:- एक ग्लास छाछ लें उसमे थोड़ा सा नमक डाल दें फिर उसे घोलने के बाद उसमें एक चम्मच अजवाई का चौथाई भाग भी उसमे ही डाल दें उसके बाद उसे सुबह व शाम पिये इससे बवासीर को राहत मिल जायगी
    • मूली से बवासीर का इलाज :- मूली बवासीर में फायदेमंद है बवासीर में मूली का इस्तेमाल मूली का रस निकाल कर करना है मूली के रस में थोड़ा सा नमक डाल दें फिर उसे मिक्स करके पिये मूली के बचे हुए पेस्ट को शहद में मिलाकर एनस पर लगाये इससे सूजन खत्म हो जायेगी साथ एनस का रास्ता खुलने में भी आसानी रहेगी
    • लहसुन से बवासीर का इलाज :- लहसुन सूजन वाली बवासीर को खत्म करता है क्योंकि इसमें एन्टी बैक्टिरियल गुण होते है इसको हम कच्चा खा सकते है इसका पेस्ट भी बना कर लगा सकते है
    • बादाम से बवासीर का इलाज:- सूखी मेवा में शामिल बादाम एक अच्छा इलाज़ है बवासीर का । बवासीर के लिए सुबह 3-4 बादाम रोज़ खाये खाते समय बादाम को बहुत चबाना चाहिए क्योंकि ज्यादा चबाने से अच्छा परिणाम आता है क्योंकि बादाम के सेवन से आंत की मूवमेंट अच्छी हो जाती है और बादाम का तेल बाहरी यानी सूजन वाली बवासीर पर लगाने से सूजन कम हो जाती है और खुजली नही होती है क्योंकि बादाम का तेल त्वचा को शांत रखता है
    • काले ज़ीरे से बवासीर का इलाज :- बवासीर में काले ज़ीरे का पाउडर बना कर इस्तेमाल किया किया जाता है काले ज़ीरे के पाउडर को पानी मे मिक्स कर के गाढ़ा सा पेस्ट बना लें और फिर उस को एनस पर लगाने से बवासीर को आराम मिल जाता है
    • इसबगोल से बवासीर का इलाज :- ईसबगोल में फाइबर पाया जाता है जो पेट को सही रखता है मल को ज्यादा बनने नही देता और मल त्यागने में दर्द नही होने देता है इस लिए बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को रात में सोते समय 1 ग्लास दूध में इसबगोल डाल कर पीने से बवासीर हो राहत मिल जाती है
     

    बवासीर का दवाई से इलाज़ - treatment of bawaseer (piles)

     
    • Alocaine :- इस दवा का इस्तेमाल बवासीर के लिए कर सकते है लेकिन दोस्तों इलाज़ शुरू करने से पहले अपने पास के किसी डॉक्टर या फैमिली क्लीमिक पर जाकर डॉक्टर से परामर्श लेलें क्योंकि कोई भी दवाई खाने से पहले मरीज़ की हिस्ट्री जानना बहुत जरूरी है फिर उसकी हिस्ट्री के आधार लर ही दवाई दी जानी चाहिए
     
    •  Pilex fort cream :- ये क्रीम हिमालया कंपनी द्वारा बनाई जाती है इस क्रीम का मुख्य इस्तेमाल बवासीर ओर फिशर के लिए किया जाता है ये क्रीम डॉक्टर के पर्चे के बिना मिल जाती है इसका इस्तेमाल एनस में सूजन पर लगा कर किया जाता है और अंदर हो रहे ज़ख्म पर भी इस्तेमाल कर सकते है 

    बवासीर में क्या खाये

    • बवासीर में क्या कहा सकते है :- जब बवासीर हो जाये तो बहुत सोच समझ कर ही कुछ खाना खा सकते हों नुकसान दायक कुछ खाया तो बवासीर में नुकसान दे सकता है बवासीर में केला खाये ,खूब पानी पिये हरि पत्तेदार सब्ज़िया खाये ,नारियल पानी पिये,ओर फलों का रस पिये। बवासीर में फाइबर से भरपूर भोजन करना चाहिए
    • बवासीर में क्या नही खाना चाहिए :-बवासीर में तली भुनी हुई कोई चीज़ नही खानी चाहिए जैसे ब्रैड पकोड़ा या सफेद ब्रेड का सेवन नही करना चाहिए,आलू की पकोड़ी भी नही खानी चाहिए चाइनीस फ़ूड का इस्तेमाल नही करना चाहिए


    FAQ

    Q:- क्या बवासीर खतरनाक बीमारी है
    Ans:- आज के समय मे बवासीर एक आम बीमारी है अगर इस इलाज़ या देख रेख सही समय पर ना की तो ये गंभीर हो सकती है बवासीर गंभीर रूप में खतरनाक बीमारी है

     
    Q:- बवासीर में गुड़ खा सकते है क्या
    Ans:- हाँ बवासीर में गुड़ कब सकते है क्योंकि गुड़ में विटामिन ए,विटामिन बी 1, विटामिन बी12,केरोटीन,निकोटिन,एसिड,आयरन फॉस्फोरस पाया जाता जो पेट के कीड़े खून की कमी को दूर करता है

    Q:- क्या गर्म पानी पीने से बवासीर होता है
    Ans:- हल्का गर्म पानी पीने से पेट की खुश्की खत्म हो जाती है और स्टूल पास करने में आसानी रहती है ऐसी स्थिति में मरीज़ का बवासीर खत्म होता है और ज्यादा गर्म पानी आंतों को नुकसान पहुंचाता है जिसकी वजह से दस्त लग जाते है या बार बार स्टूल पास करना लड़ता है बार बार स्टूल पास करने की वजह से बवासीर का खतरा बना रहता है

    Q:- बवासीर में कैसे सोना चाहिए
    Ans:- बवासीर में उल्टा या साइड से सोना चाहिए साथ ही सोने से पहले 1 ग्लास दूध में 1 चम्मच घी डाल कर पीना चाहिए इससे बवासीर के लक्षण में राहत मिलेगी ओर एक ग्लास दूध के साथ इसभगोल भी के सकते है

    Q:- दही बवासीर के लिए अच्छा है
    Ans:- दही बवासीर के लिए अच्छा होता है क्योंकि इस मे प्रोबियोटिक गुण होते है ये आंतों के इन्फेक्शन को दूर करता है जिससे स्टूल पास होने में आसानी रहती हैं और स्टूल बार बार भी नही आता है

    Conclision

    आज लेख में बस इतना ही दोस्तो आज अपने जाना bawaseer kaise hoti hai बवासीर के लक्षण क्या है बवासीर का इलाज क्या है बवासीर में क्या खाना चाहिए क्या नही खाना चाहये उम्मीद मरता हु आपको पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो लाइक ओर अपने दोस्तों के साथ शेयर करें

     

     

    Disclaimer:- आज के इस लेख में हमारे द्वारा बताई गई दवाओं के बारे में इस्तेमाल करने से  पहले डॉक्टर को दिखा ले क्योंकि सब का मामला अलग हो सकता है मामला अलग होने पर खुराक अलग हो सकती है सावधान रहें

     

     

     

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